अर्ज़ किया है..
ज़िन्दगी लवडों का पुलिंदा है,
चूत आजकल चुनिंदा है..
कभी याद कर लिया करो इस नाचीज़ को भी,
ये शख्स सिर्फ आपकी गां# मारने के लिए जिंदा है।
अर्ज़ किया है..
ज़िन्दगी लवडों का पुलिंदा है,
चूत आजकल चुनिंदा है..
कभी याद कर लिया करो इस नाचीज़ को भी,
ये शख्स सिर्फ आपकी गां# मारने के लिए जिंदा है।